मसूरी। अगलाड़ पर्यटन क्रीड़ा एवं सांस्कृतिक समिति भटोली द्वारा आयोजित संस्कृति मेले की प्रथम सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल प्रदेश के लोकप्रिय गायक विक्की चौहान के नाम रही।. कड़ाके की ठंड के बाद भी विक्की चौहान के गीतों पर श्रोता देर रात तक जमकर थिरके। वंही सांस्क्रतिक संध्या का विधिवत उद्घाटन मुख्यातिथि जिला पंचायत सदस्य कविता रौंछेला ने दीप प्रज्वलित कर किया। भटोली में आयोजित संस्कृति मेले में लोक गायक विक्की चौहान के गीतों पर देर रात तक श्रोता जमकर झूमे। उन्होंने इस मोके पर एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किए व श्रोताओं को मंत्रर्मुध किया। इस मौके पर बतौर मुख्यातिथि जिला पंचायत सदस्य कविता रौंछेला ने मंच के माध्यम से कहा कि संस्कृति के मंच का उदेश्य मात्र कलाकारों के गीतों पर नाचना ही नहीं बल्कि क्षेत्र का सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से क्षेत्र को विकास से जोड़ना है उन्हांेने कहा कि अपनी सांस्कृतिक धरोहर को बचाये रखने के साथ साथ देश विदेश तक पहचान दिलाने के लिए कलकारों को प्रोत्साहित करना भी है.। इस तरह के खेल और सांस्कृतिक मंचो के माध्यम से हमारे क्षेत्र का युवा आगे बढ़ रहा हैं.। हिमाचली लोकगायक विक्की चौहान ने महासू देवता की आराधना देवा महासूवा हनोडि की शानो गीत से कार्यक्रम को आगे बढाया जिसमें आमा भाण्डजिये तेरे नाकन्दी फूली, बिडरू न मानिये मेरे जाना चुरपुरा, सही पकडे गाने से देर रात तक श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।.बाक्स-भटोली में आयोजित मेले में हिमाचल के लोक गायक विक्की चौहान की प्रस्तुति पर आयोजकों को बधाई देते हुए उत्तराखंड फिल्म एसोसिएशन के महामंत्री राजेंद्र रावत ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से लोगों में सांस्कृतिक जागरूकता आती है। लेकिन इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि बडे़ कलाकारों के साथ कही हमारे उभरते कलाकारों को भी प्रोत्साहित करना जरूरी है। क्यों कि जौनपुर क्षेत्र की संस्कृति लगातार कम हो रही है और बाहरी संस्कृति हावी होती जा रही है। ऐसे में स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि वह आगे बढ कर क्षेत्र का नाम रौशन कर सकें।
भटोली मे विक्की चौहान के गीतो पर जमकर झूमें श्रोता